October 8, 2024
visheshan kise kahate hain

विशेषण किसे कहते हैं – विशेषण के प्रकार, परिभाषा और उदाहरण

विशेषण किसे कहते हैं, विशेषण कितने प्रकार के होते हैं? नमस्कार दोस्तों, आज हम हींदी व्याकरण के एक टॉपिक विशेषण के बारेमे सीखेंगे. अगर आप विशेषण की परिभाषा क्या हैं, विशेषण के बारेमे नहीं जानते तो यह लेख आपके लिए हैं. भले ही आप विशेषण के बारेमे ना जानते हो पर आप दिनभर में बहोत बार इसका उपयोग करते हैं, यह आप इस article को पढ़कर समज ही जायेंगे. यहाँ पर हम विशेषण किसे कहते है (Visheshan in Hindi grammar), विशेषण के प्रकार कितने होते हैं, विशेष्य क्या हैं, विशेषण को कैसे पहचाने, और विशेषण के उदाहरण के बारेमे पूरी जानकारी विस्तार से समजेंगे.

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Visheshan kise kahate hain

तो चलिए इस आर्टिकल की शुरुआत करते हैं और विशेषण क्या हैं यह जानते हैं और उसके बाद हम विशेषण का प्रयोग कैसे होता हैं, इसके भेद कितने हैं यह जानेंगे.

विशेषण किसे कहते हैं

विशेषण की परिभाषा: जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता हो उस शब्द को हम विशेषण कहते हैं. आसान भाषा में इसे समजे तो यह ऐसे शब्द होते हैं जोकि किसी वस्तु, व्यक्ति, प्राणी, संज्ञा की विशेषता क्या हैं यह बताते हैं.

हम बात करते समय कहते हैं की यह लड़का ऐसा हैं, वो वस्तु ऐसी हैं, उस चीज़ में यह गुण हैं, तो इन सब में कही न कही विशेषण होता ही हैं.

जैसे की, “प्रतिक प्यारा लड़का हैं”. इसमें, ‘प्यारा‘ एक विशेषण हैं. अगर हम उस वाक्य में से ‘प्यारा’ शब्द हटा दे तो वह एक सामान्य वाक्य बन जायेगा, उसमे कोई विशेषता नहीं रहेगी. हम बोल रहे है की प्रतिक लड़का तो हैं पर कैसा लड़का हैं? तो की प्यारा लड़का हैं. इसमे हमने प्रतिक की विशेषता बताई हैं. तो इसलिए, ‘प्यारा’ विशेषण हैं.

अगर हम यह कहे की, ‘प्रतिक सुंदर हैं’ तो इसमे ‘सुंदर‘ विशेषण हैं. कुल मिलाकर अगर आप किसी वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता के बारेमे बात करते हैं तो उसमे विशेषण होता हैं, उसमे एक शब्द मौजूद होता हैं जोकि किसी व्यक्ति या वस्तु में खास क्या हैं यह बतलाता हैं. सर्वनाम की तरह विशेषण भी एक तरह से संज्ञा ही है. चलिए, विशेषण के उदाहरण देखकर इसे और आसान बनाते हैं.

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विशेषण के उदाहरण

  • सीता अच्छा गाती हैं.
  • गांधीनगर सुंदर शहर हैं.
  • वो लड़का लंबा हैं.
  • किशन के पास चार बुक हैं.

ऊपर के उदाहरण में हमने जिन शब्दों को bold करा हैं वे शब्द विशेषण हैं जोकि संज्ञा या सर्वनाम में क्या गुण हैं, क्या विशेष हैं यह बताता हैं.

एक वाक्य में एक से अधिक विशेषण भि हो सकते हैं. ऐसा जरुरी नहीं हैं की सिर्फ एक ही होगा.

अब हम साथ में विशेष्य किसे कहते हैं यह भी जान लेते हैं क्योकि यही सही समय हैं विशेष्य क्या हैं यह बताने का.

विशेष्य किसे कहते हैं

विशेष्य की व्यख्या: वाक्य में विशेषण जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता के बारेमे बताता हैं उस संज्ञा या सर्वनाम को विशेष्य कहते हैं. जो शब्द विशेषता बताता हैं उसे विशेषण और जिसकी विशेषता बताता हैं उसे विशेष्य कहते हैं. आप इसे याद रखियेगा.

जैसे की, ‘प्रतिक होशियार हैं’, इसमें ‘होशियार’ एक विशेषण हैं और ‘प्रतिक‘ विशेष्य हैं क्योकि इस वाक्य में हम प्रतिक की विशेषता के बारेमे बात कर रहे है, इसलिए इसमें प्रतिक एक विशेष्य हैं.

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विशेष्य के उदाहरण

  • कमल सुंदर फुल हैं.
  • तुम होशियार हो.
  • मुंबई विशाल शहर हैं.
  • सबसे लंबा लड़का कौन हैं?

तो अब आपको विशेषण की व्याख्या हैं, visheshan kise kahate hain, विशेष्य क्या हैं, इनके बारेमे पता हैं. चलिए अब जानते हैं की विशेषण के प्रकार कितने होते हैं और कौन कौन से. फिर हम उन प्रकारों के बारेमे विस्तार से चर्चा करेंगे. में यहाँ आपको किताबी भाषा में नहीं बल्कि सरल तरीके से, बोलचाल की भाषा में हिंदी व्याकरण सिखाने का प्रयास कर रहा हु. तो आप भी दिल लगाकर सीखने का प्रयास करियेगा. हमें बस इतना ही चाहिए.

विशेषण के प्रकार कितने होते हैं – विशेषण के भेद

हिंदी व्याकरण में विशेषण के मुख्य 4 प्रकार है जोकि निचे मुजब हैं.

  1. संख्यावाचक विशेषण
  2. परिमाणवाचक विशेषण
  3. गुणवाचक विशेषण
  4. सार्वनामिक विशेषण

संख्यावाचक विशेषण किसे कहते हैं

संख्यावाचक विशेषण की परिभाषा: वाक्य में जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की संख्या के बारेमे बताते हो उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहते हैं. इनमे हमें संज्ञा की संख्या का बौध होता हैं. वह संख्या कोई निश्चित संख्या भी हो सकती हैं और अनिश्चित संख्या भी हो सकती हैं. जैसे की, एक, दो, सात, पहला, असंख्य, चारगुना, इत्यादि. कुलमिलाकर हमें संख्या का बौध होना चाहिए.

संख्यावाचक विशेषण के उदाहरण

  • भारत में चार बड़े शहर हैं. (इसमे, भारत एक संज्ञा हैं, शहर भी एक संज्ञा हैं, ‘चार’ विशेषण हैं जोकि संख्या के बारेमे बताते हैं.)
  • उन्होंने दुकान से दो मोबाइल ख़रीदे.
  • आकाश में असंख्य तारे हैं.

परिमाणवाचक विशेषण किसे कहते हैं

परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा: वाक्य में जो विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम के परिमाण, नाम तौल, या मात्रा के बारेमे बताये उन्हें परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं. जैसे की, दो किलो, लीटर, दस ग्राम, बहोत, कुछ, उतना, इतना, सिमित, कम, ज्यादा इत्यादि शब्द परिमाण या मात्रा का बौध कराते हैं, अत: वे शब्द परिमाणवाचका विशेषण कहलाते हैं.

परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण

  • उसे तिन लीटर दूध चाहिए. (इसमे ‘उसे’ एक सर्वनाम हैं, तिन लीटर विशेषण हैं क्योकि वह दूध का परिमाण बताता हैं इसलिए ‘तिन लीटर’ परिमाणवाचक विशेषण हैं.)
  • राधा के पास ज्यादा पानी हैं.
  • वहा पर कुछ ही बस थी.

गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं

गुणवाचक विशेषण की परिभाषा: जो शब्द विशेषण संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, क्षमता, अवस्था, दशा, स्वभाव के बारेमे बताये उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं. जैसे की, प्यारा, क्रोधित, होशियार, दुखी, नीला, पिला, बड़ा, छोटा, बईमान, इमानदार, नया, पुराना, मोटा, पतला, काला, गौरा, सीधा, टेडा, बुरा, वगेरे-वगेरे.

अगर हमें वाक्य में कोई ऐसे शब्द मिलते हैं जोकि संज्ञा या सर्वनाम के गुणों का बौध कराये तो वे गुणवाचक विशेषण हैं. यह गुण अच्छा भी हो सकता हैं और बुरा भी हो सकता हैं. जैसे की अगर आप किसीसे कहो की ‘तुम बहोत तेज हो’ तो इसमे ‘बहोत तेज’ एक विशेषण हैं. वही अगर आप कहो की ‘तुम बहोत धीमे हो’ तो इसमे ‘बहोत धीमे’ भी एक विशेषण ही हैं.

गुणवाचक विशेषण के उदाहरण

  • सुरेश गौरा लड़का हैं.
  • राजकोट रंगीला शहर हैं.
  • वो लंबा हैं.
  • तुम तो बड़े हैवी ड्राईवर हो.

अगर आप देखे तो ज्यादातर वाक्य में हम विशेषण का उपयोग तो करते ही हैं. इनके अनगिनत उदाहरण हैं.

चलिए अब, सार्वनामिक विशेषण के बारेमे जानते हैं.

सार्वनामिक विशेषण किसे कहते हैं

सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा: अगर किसी वाक्य में सर्वनाम ही विशेषण के रूप में आये तो उसे सार्वनामिक विशेषण कहते हैं. मतलब की विशेषण सर्वनाम होते हैं. कुछ ऐसे भी सर्वनाम होते है जोकि सर्वनाम तो है ही पर साथ में वह संज्ञा या दुसरे सर्वनाम की विशेषता के बारेमे भी बताते हैं.

पर सावला आता हैं की सार्वनामिक विशेषण की पहचान कैसे करे? कैसे पहचाने की कोई वाक्य में वह ‘सर्वनाम’ हैं या फिर ‘विशेषण’ हैं? चलिए समजते हैं. देखो, अगर किसी वाक्य में संज्ञा के पहले सर्वनाम आये तो वह विशेषण हैं. और यदि क्रिया के पहले आये तो वह सर्वनाम ही रहेगा.

जैसे की,

वह सुनो. (इसमे, ‘सुनो’ एक क्रिया हैं. यहाँ पर क्रिया से पहले सर्वनाम आया हैं तो इस वाक्य में ‘वह’ एक सर्वनाम हैं.)

वह पुल टूटेगा. (इसमे, ‘वह’ एक विशेषण हैं क्योकि वो ‘पुल’ से पहले आता हैं और यहाँ पर ‘पुल’ एक संज्ञा हैं.)

सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण

  • वह घर तो देखो!
  • कौन लड़का था वो?
  • में दिनेश से मिलने जाऊंगा.

तो आपको वाक्य में से सार्वनामिक विशेषण की पहचान कैसे करते हैं, यह समज मे आ गया होगा.

कुछ शब्द ऐसे भी होते हैं जोकिसंग्य या सर्वनाम के विशेषण बताने वाले शब्दों की भी विशेषता बताते हैं, निचे इसके बारेमे बताया गया हैं.

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प्रविशेषण किसे कहते हैं

प्रविशेषण की व्याख्या: जो शब्द विशेषण की विशेषता बताये वे शब्द प्रविशेषण कहलाते हैं. जी हां, आपने सही सुना. कुछ शब्द विशेषण की भी विशेषता के बारेमे बताते हैं. जैसे की “हर्ष होशियार हैं” इसमे, ‘होशियार’ एक विशेषण हैं. पर यदि हम “हर्ष बहोत होशियार हैं” ऐसा कहे तो इसमे ‘बहोत‘ एक प्रविशेषण हैं. वाक्य में विशेषण, संज्ञा या सर्वनाम के गुणों के बारेमे तो बताते हैं पर प्रविशेषण उन गुणों की वृद्धि को बढाते हैं, उनमे बढ़ोतरी करते हैं.

प्रविशेषण के उदाहरण

  • ध्रुवीक बहोत भोला लड़का हैं. (यहाँ पर, ‘बहोत’ प्रविशेषण हैं क्योकि यह विशेषण की विशेषता बताता हैं. ध्रुवीक भोला तो हैं पर बहोत भोला हैं.)
  • वह दुखी हैं. (इसमे, कोई प्रविशेषण नहीं हैं, सिर्फ विशेषण हैं जोकि ‘दुखी‘ हैं.)
  • वह कम दुखी हैं. (‘कम’ एक प्रविशेषण हैं)

तो अब आपको प्रविशेषण क्या क्या होता हैं इसके बारेमे पता चल गया होगा.

अब हम आपको विशेषण को कैसे पहचाने इसके बारेमे में भी बताते हैं. वाक्य में से कौनसा शब्द विशेषण हैं इसकी पहचान करना बहोत ही सरल हैं. आप वाक्य को देखकर ही बता सकेंगे की इनमे से विशेषण कौनसा हैं, और आप उस विशेषण शब्द विशेषण के किस प्रकार का हैं यह भी बता पाएंगे.

विशेषण की पहचान कैसे करे

जैसा की हम जानते हैं की विशेषण संज्ञा या फिर सर्वनाम की विशेषता बताता है, तो आपको यह देखना है की वाक्य में ऐसा कौनसा शब्द हैं जोकि उस वाक्य में विशेषता का बौध कराता हैं. जैसे की, कोई वाक्य हैं “राजन पढाई में होशियार हैं” तो आपको इस वाक्य से कुछ प्रश्न पूछने हैं जैसे की “राजन पढाई में कैसा हैं” तो आपको उत्तर में जो शब्द मिलेगा वो विशेषण होगा. आप कैसा/कैसी/कितने/कितनी/ का उपयोग करके वाक्य में प्रश्न बनाये. फिर आपको जो जवाब मिलेगा वह विशेषण होगा.

निचे विशेषण के examples दिए गए हैं, उनमे से आपको विशेषण कौनसा शब्द हैं यह पता करना हैं. यह आपके लिए एक test जैसा हैं. में यहाँ पर आपको जवाब नहीं दुगा. आपको खुद ही पता करना होगा. और comment section में आप इसके बारेमे भी हमें पता सकते हैं.

  • धवल वीर पुरुष हैं.
  • गुजरात सुंदर राज्य हैं.
  • तुम्हारे पास सात किताबे हैं.
  • तुम बलवान इंसान हो.
  • क्या महल हैं यार!

यहाँ पर आपने विशेषण के भेद के बारेमे आसानी से समजा हैं – Visheshan in Hindi grammar और विशेषण की पहचान कैसे करते हैं इस पर भी चर्चा करी हैं. हमने विशेषण के 4 भेद संख्यावाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण, गुणवाचक विशेषण और सार्वनामिक विशेषण के बारेमे आपको बताया हैं और प्रविशेषण किसे कहते हैं इसके बारेमे भी आपने जाना हैं.

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Conclusion:

तो हम उम्मीद करते हैं की visheshan kise kahate hain, visheshan ke bhed kitane hain, इसके बारेमे आपको अच्छे से समज में आ गया होगा. हमने बहोत ही सरल तरीके से आपको विशेषण के बारेमे सिखाने का पूरा प्रयत्न किया हैं. हमने आपके समक्ष विशेषण की व्यख्या से लेकर विशेषण के प्रकार को विस्तार से प्रस्तुत किया हैं. अगर आपको जरा सा भी doubt हैं तो हमें कमेंट सेक्शन में बताये, हम आपका confusion जरुर दूर करेंगे. और यह लेख कैसा लगा इसके बारेमे विशेषण का उपयोग करके एक comment भी करियेगा. धन्यवाद.

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