भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं उदाहरण सहित पूरी जानकारी. हेल्लो दोस्तों, आज के इस article में हम आपको भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं, भाववाचक संज्ञा के उदाहरण और उनकी पहचान कैसे करते हैं, इस विषय के बारेमे बताएँगे. यदि आप ग्रामर सिख रहे हैं तो आपको संज्ञा के बारेमे भी सीखना होगा और संज्ञा के सभी प्रकारों के बारेमे भी सीखना होगा.
जैसे की आपको पता ही होगा की संज्ञा के 5 प्रकार हैं, जिसमे से हमने व्यकतिवाचक और जातिवाचक संज्ञा के बारेमे विस्तार से जानकारी आपको पहले ही दे दी हैं. यदि आपने वह articles नहीं पढ़े हैं तो आप इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद उन्हें भी अवश्य पढ़े.
तो चलिए सबसे पहले भाववाचक संज्ञा की परिभाषा के बारेमे जानते है और फिर हम भाववाचक संज्ञा के उदाहरण देखेंगे.
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भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं
जिन संज्ञा शब्दों से हमें किसी व्यक्ति या वस्तु के भाव, उनकी अवस्था या दशा के बारेमे पता चलता हैं, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं. आपको बता दे की भाववाचक संज्ञा हमेशा एकवचन में ही होती हैं, यदि आप उसका बहुवचन करोगे तो वह जातिवाचक संज्ञा बन जायेगा.
भाववाचक संज्ञा को आप स्पर्श नहीं कर सकते, उन्हें सिर्फ महसूस कर सकते हैं. उनको छू नहीं सकते, बस आप उसकी अनुभूति कर सकते हैं.
जैसे की, क्रोध, प्यार, बचपन, जवानी, मिठास, जोश, प्रमाणिकता, उत्साह, थकान, बुढ़ापा, कड़वाहट, ख़ुशी, दुःख, इत्यादि भाववाचक संज्ञा के examples हैं. आप देख ही सकते हो की आप इनमे से किसी को भी स्पर्श नहीं कर पाएंगे बल्कि उनकी अनुभूति कर पाएंगे.
तो ऐसे शब्दों को हम भाववाचक संज्ञा संज्ञा कहते हैं. तो जब ऐसे शब्द वाक्य में आते हैं तो उसमे आपको तुरंत पता चल जायेगा की ये किस संज्ञा का शब्द हैं. निचे आपको भाववाचक संज्ञा के उदाहरण दिए गए हैं ताकि आप और भी आसानी से इन्हें समज सके.
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भाववाचक संज्ञा के उदाहरण
- वह कितनी सुन्दर हैं.
- मुझे मेरा बचपन याद आ रहा हैं.
- राजकोट से गोंडल की दुरी महज 36 KM हैं.
- ज्यादा काम करने की वजह से सुरेश को थकान महसूस हो रही हैं.
- वह बहोत ही क्रोध में हैं.
- सुमित की बोली में एक अलग प्रकार की मिठास होती हैं.
- किशन और मनीष के बिच बहोत अच्छी दोस्ती हैं.
- वह परिवार बहोत ख़ुशी से अपना जीवन व्यतीत कर रहा हैं.
- किसी काम उत्साह से करने से वह कम जल्दी हो जाता हैं.
- हम सबको एक दुसरे के साथ प्यार से रहना चाहिए.
ऊपर के उदाहरणों में आपको जो भी शब्द दिखाए दे रहे हैं वे सभी किसी नि किसी भाव को व्यतीत करते हैं. उनसे हमें किसी व्यक्ति या वस्तु की व्यथा, दशा के बारेमे पता चलता हैं, अत: वे सभी भाववाचक संज्ञा के उदाहरण हैं.
आपको बता दे की आप जातिवाचक संज्ञा, विशेषण, सर्वनाम, इत्यादि से भाववाचक संज्ञा बना सकते हैं. निचे आपको उनके बारेमे जानकारी दी गयी हैं.
भाववाचक संज्ञा कैसे बनाये
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना सीखे
आप जातिवाचक संज्ञा शब्दों के साथ किसी प्रत्यय को जोड़कर भाववाचक संज्ञा बना सकते हैं, निचे आपको उनकी एक जलक दी गयी हैं. जैसे की,
- शत्रु + ता = शत्रुता
- मुर्ख + ता = मुर्खता
- प्रभु + ता = प्रभुता
- बच्चा + पन = बचपन
- पुरुष + त्व = पुरुषत्व
- मित्र + ता = मित्रता
विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना सीखे
- शीतल + ता = शीतलता
- मधुर + ता = मधुरता
- सुन्दर + ता = सुन्दरता
- तीखा + पन = तीखापन
- सरल + ता = सरलता
यहाँ जाने: विशेषण किसे कहते हैं
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना सीखे
- अपना + पन = अपनापन
- पराया + पन = परायापन
- मम + ता = ममता
- सर्व + स्व = सर्वस्व
- अहम् + कार = अहंकार
यहाँ जाने: सर्वनाम किसे कहते हैं
इसी तरह आप संज्ञा और क्रिया शब्दों के साथ प्रत्यय को जोड़कर भी भाववाचक संज्ञा शब्द बना सकते हैं. आप जैसे-जैसे इन सभी की प्रैक्टिस करोगे, वैसे-वैसे आपको सब कुछ आसान लगने लगेगा.
तो अब आपको पता चल गया होगा की भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं, भाववाचक संज्ञा की व्याख्या क्या हैं, परिभाषा क्या हैं, भाववाचक संज्ञा के उदाहरण और भाववाचक संज्ञा को कैसे बनाये. चलिए अब इसके बारेमे भी जान लेते हैं की भाववाचक संज्ञा की पहचान कैसे करे, मतलब की वाक्य में भाववाचक संज्ञा को कैसे पहचाने.
भाववाचक संज्ञा की पहचान कैसे करे
देखो, अगर किसी वाक्य में ऐसे कोई शब्द हैं जिनसे हमें किसी व्यक्ति या वस्तु की दशा और व्यथा का बोध होता हो तो वह शब्द भाववाचक संज्ञा के हैं.
जिन शब्दों को आप केवल महसूस कर सको, जिनकी आप अनुभूति कर सको वे शब्द भाववाचक संज्ञा शब्द हैं. ऐसे शब्द हमेशा एकवचन में ही होते हैं.
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जब आप संज्ञा को पूरी तरह से सिख जायेंगे और उनके सभी प्रकारों के बिच क्या अंतर हैं वह आपको अच्छे से समज में आ जायेगा तब आप किसी भी शब्द को देखकर यह बता सकोगे की यह किस संज्ञा का उदाहरण हैं. बस आपको मन लगागर सीखना होगा.
भाववाचक संज्ञा – FAQ
भाववाचक संज्ञा की व्याख्या क्या हैं?
जिन संज्ञा शब्दों से किसी वस्तु या व्यक्ति की दश या व्यथा का बोध होता हैं, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं.
भाववाचक संज्ञा कैसे बनाते हैं?
आप जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, संज्ञा, क्रिया या विशेषण जैसे शब्दों के साथ किसी प्रत्यय को जोड़कर भाववाचक संज्ञा बना सकते हैं.
मित्रता किस संज्ञा का उदाहरण हैं?
मित्रता भाववाचक संज्ञा का उदाहरण हैं.
क्रोध कौन सी संज्ञा हैं?
क्रोध भाववाचक संज्ञा हैं.
Conclusion:
तो हम उम्मीद करते हैं की भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं (Bhav Vachak Sangya in Hindi) के बारेमे लिखा गया यह लेख आपको पसंद आया होगा और कुछ सिखने को मिला होगा. हमने यहाँ पर आपको भाववाचक संज्ञा की परिभाषा (Definition of Bhav Vachak Sangya in Hindi), उनके उदाहरण (Bhav Vachak Sangya Examples in Hindi) और भाववाचक संज्ञा की पहचान कैसे करे, इसकी जानकारी दी हैं. यदि आपके मन में और कोई सवाल हैं तो आप बेजिजक हमें comment करके बता सकते हैं.
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