संज्ञा किसे कहते हैं और संज्ञा के भेद कितने होते हैं? यदि आप एक विद्यार्थी हैं या फिर आप हिंदी व्याकरण सिख रहे हैं तो यह सवाल तो आपके मन में जरुर आया होगा. हिंदी व्याकरण में संज्ञा का एक अलग ही महत्त्व हैं और यह बहोत ही जरुरी हैं, आपको इसके बारेमे सीखना चाहिए. यदि आप नहीं जानते की संज्ञा क्या होती हैं, संज्ञा के कितने भेद होते हैं, संज्ञा के उदाहरण क्या हैं और संज्ञा की परिभाषा क्या हैं, तो इस लेख में आपको सब कुछ जानने को मिलेगा.
जब हम व्याकरण सिखने की शुरुआत करते है तो हमारे सामने एक-एक करके नए-नए topics सामने आते हैं, और हम उन्हें सिखते भी हैं. इस लेख को पढने के बाद आपको संज्ञा से जुड़े कोई भी सवाल नहीं रहेंगे, क्योकि यहाँ पर हम आपको संज्ञा के बारेमे सारी जानकारी सरल शब्दों में देने वाले हैं. हमारा काम आपको सिर्फ बताना नहीं बल्कि आपको इस तरह से समजाना हैं की आप उसे हमेशा याद रख पाए.
तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की संज्ञा किसे कहते हैं. हम संज्ञा की परिभाषा यानी की संज्ञा की व्यख्या क्या हैं यह जानकर इस article की शुरुआत करते हैं और फिर हम संज्ञा के प्रकार के बारेमे विस्तार से जानेंगे.
Table of Contents
संज्ञा किसे कहते हैं
संज्ञा की परिभाषा: किसी भी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु, गुण, भाव, लागणी, स्थान, आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं. संज्ञा एक विकारी शब्द हैं और इसका अर्थ होता हैं “नाम“. विश्व में जितनी भी वस्तु हैं उन सभी के कुछ नाम होते हैं, तो उन सभी नामो को हम संज्ञा कह सकते हैं.
जैसे की, किशन, नरेश, अमेरिका, सुख, किताब, घोडा, बाघ, घर, इत्यादि संज्ञा के Examples हैं.
आप किसी भी चीज़ या व्यक्ति या फिर प्राणी के नाम ले लीजिये, उन सभी के नाम को संज्ञा कहते हैं. यहाँ पर समजने वाली बात यह हैं की कोई व्यक्ति या फिर प्राणी संज्ञा नहीं हैं, केवल उस व्यक्ति या प्राणी के नाम को ही संज्ञा कहते हैं.
जैसे की, “किशन गीत गा रहा हैं”. इस वाक्य में “किशन” एक व्यक्ति नाम का नाम हैं, अत: हम इसे संज्ञा कहेंगे. पर जिस व्यक्ति का नाम “किशन” हैं, उसे हम संज्ञा नहीं कहेंगे, उसे तो व्यक्ति ही कहेंगे.
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तो अब आपको संज्ञा की परिभाषा और संज्ञा किसे कहते हैं, इसके बारेमे पता चल गया होगा. चलिए, संज्ञा के उदाहरण लेकर किसे और आसान बनाते हैं.
संज्ञा के उदाहरण
व्यक्ति के नाम: रमेश, कार्तिक, गीता, किंजल, आकाश, हर्ष, ध्रुवीक, इत्यादि.
वस्तु के नाम: टेबल, लैपटॉप, बुक, दरवाजा, गाडी, तकिया, इत्यादि.
पशु और पक्षी के नाम: मोर, बाघ, सिंह, बकरी, मेंढक, हाथी, बिल्ली, इत्यादि.
जगह के नाम (शहर, देश, कोई भी स्थान): ताजमहल, राजकोट, पुणे, भारत, नेपाल, पंजाब, इत्यादि.
भाव के नाम: क्रोध, सुख, दुःख, प्यार, नफ़रत, इत्यादि.
इसी तरह, किसी भी वस्तु या व्यक्ति के नाम को हम संज्ञा के उदहारण में शामिल कर सकते हैं. संज्ञा के असंख्य examples हैं. हम सभी को तो यहाँ पर लिख नहीं सकते. पर इससे आपको अंदाजा आ गया होगा.
अब बारी आती हैं यह जानने की की संज्ञा के भेद कितने होते हैं, मतलब की संज्ञा के प्रकार कितने हैं. सभी भागो के बारेमे विस्तारपूर्वक जानकारी आपको निचे दी गयी हैं.
संज्ञा के भेद कितने होते हैं
हिंदी व्याकरण में संज्ञा के 5 प्रकार होते हैं. संज्ञा के पांचो भेद के नाम निचे दिए गए हैं.
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
- समूहवाचक संज्ञा
- द्रव्यवाचक संज्ञा
चलिए, अब इन सभी प्रकारों के बारेमे सिखते हैं.
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व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं
व्यक्तिवाचक संज्ञा की व्याख्या: किसी विशेष व्यक्ति या फिर वस्तु के नाम को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे की शुभम, किरण, अक्षय, अहमदाबाद, यमुना, इत्यादि.
देखो, हम उन्ही शब्दों के नामो को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहेंगे जोकि इकलोता होगा, मतलब की कोई समूह को संबोधित ना करता हो. जैसे की एक संज्ञा हैं “शुभम” जोकि एक व्यक्ति का नाम हैं, तो सभी व्यक्ति के नाम शुभम नहीं होते हैं, इसीलिए इसे हम व्यक्तिवाचक संज्ञा कहा सकते हैं. उसी प्रकार, अहमदाबाद एक शहर का नाम और सभी शहरों के नाम अहमदाबाद नहीं होते हैं, अत:, अहमदाबाद एक व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं. यह हमेशा एकवचन में ही होते हैं, बहुवचन में नहीं होते.
व्यक्तिवाचक के उदाहरण
- में भारत देश में रहता हु.
- मुझे किताब पढना अच्छा लगता हैं.
- तुषार खेत की और जा रहा हैं.
व्यक्तिवाचक संज्ञा के बारेमे detail में जानकारी के लिए यहाँ पढ़े: व्यक्तिवाचक संज्ञा की पूरी जानकारी
जातिवाचक संज्ञा किसे कहते है
जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा: जो शब्द किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या फिर स्थान को दर्शाता हो, उन्हें हम जातिवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे की, देश, पशु, शहर, फुल, महाराजा, इन्सान, इत्यादि.
यहाँ पर हमने किसी एक व्यक्ति के नाम या फिर एक वस्तु के नाम की बात नहीं करी हैं, हमने एक पुरे समूह की बारेमे बात करी हैं, एक पूरी जाती के बारेमे बात करी हैं. जैसे की, “देश” एक समूह को कहते हैं, यह एक जाती हैं, जिसमे भारत, नेपाल, अमेरिका, आदि शामिल होते हैं. तो इसमे “देश” एक जातिवाचक संज्ञा हैं वही “भारत” एक व्यक्तिवाचक हैं. ठीक उसी तरह, “पशु” किसी एक पशु या प्राणी को नहीं बल्कि प्राणियो के पुरे समूह को दर्शाता हैं. इंसान एक जाती हैं, जिसमे हम और आप शामिल हैं.
जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण
- हमें पशुओ से प्रेम करना चाहिए.
- सभी इंसानों को अपने माता-पिता का आदर करना चाहिए.
- हमें अपने शहरों को स्वच्छ रखना होगा.
भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा: जिन शब्दों से हमें किसी विशेष भाव, व्यथा, लागणी, अवस्था का बौध होता हैं उन्हें हम भाववाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे की, प्रेम, नफ़रत, करुणा, दया, करुणा, ख़ुशी, साहस, बचपन, इमानदारी, वफादारी, इत्यादि.
हम सभी के अन्दर कुछ भाव होते हैं जिसे हम बया करते हैं, हमें क्रोध भीआता हैं और प्रेम भी आता हैं, तो ऐ जो सब भाव होते हैं उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं.
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण
- तुम में साहस बहोत हैं.
- में आज बहोत खुश हु.
- उनकी यह अवस्था देख कर मुझे दुःख हुआ.
जातिवाचक संज्ञा की सम्पूर्ण जानकारी यहाँ पर दी गयी हैं: जातिवाचक संज्ञा की पूरी जानकारी
समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं
समूहवाचक संज्ञा की व्याख्या: जो शब्द किसी समूह, समुदाय या फिर जुंड को दर्शाता हैं, उन्हें समूहवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे की, संसद, सेना, परिवार, सभा, दर्जन, इत्यादि. इन सभी को हम समूहवाचक संज्ञा कहते हैं क्योकि वे ऐसे शब्द हैं जो एक पुरे समुदाय को दर्शाता हैं.
समूहवाचक संज्ञा के उदहारण
- मुझे सेना में भर्ती होना हैं.
- मुझे मेरा परिवार बहोत प्यारा हैं.
- में सभा में जा रहा हु.
द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं
द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा: जिन सब्दो से किसी द्रव्य, धातु, अधातु का बौध होता हैं, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे की, पानी, तेल, सोना, चांदी, एल्युमीनियम, ऑक्सीजन, दूध, इत्यादि. हम बहोत सारी धातु का उपयोग करते हैं, कई तरह के प्रवाही और घन पदार्थो का इस्तेमाल करते हैं, तो वे सभी द्रव्यवाचक संज्ञा के अन्दर आते हैं.
द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण
- सोना चांदी से बहोत महंगा हैं.
- घोडा पानी पी रहा हैं.
- जिवंत रहने के लिए ऑक्सीजन का होना जरुरी हैं.
तो हमने अब संज्ञा के सभी भेद, जैसे की व्यक्तिवाचक संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, भाववाचक संज्ञा, द्रव्यवाचक संज्ञा और समूहवाचक संज्ञा के बारेमे जान लिया हैं. तो यही हैं संज्ञा के भेद.
अन्य हिंदी व्याकरण:
आपको एक बात समजनी होगी की कभी-कभी कुछ ऐसे वाक्य हमें देखने को मिलते हैं जिनमे एक से ज्यादा संज्ञा होती हैं, तो ऐसे वाक्यों में कभी-कभी जातिवाचक संज्ञा समूहवाचक संज्ञा भी बन जाती हैं.
जैसे की, “सेना के जवान और उनके परिवारों पर हमें गर्व हैं” तो इस वाक्य में “सेना” एक समूहवाचक संज्ञा हैं जबकि “परिवार” एक जातिवाचक संज्ञा हैं. अभी आप कहोगे की “परिवार” तो एक समूहवाचक संज्ञा हैं, आप सही हो पर यहाँ पर सेना के सभी लोगो के परिवारों की बात की जा रही हैं, इसीलिए इस वाक्य में “परिवार” एक जातिवाचक संज्ञा के रूप में प्रयुक्त हुआ हैं.
आप सभी संज्ञा की परिभाषा को समज कर ऐसे वाक्यों में से शब्दों की सही संज्ञा के बारेमे जान सकते हैं.
FAQ on Sangya kise kahate hain
संज्ञा के प्रकार कितने है?
संज्ञा के 5 प्रकार हैं.
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
2. जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
4. द्रव्यवाचक संज्ञा
5. समूहवाचक संज्ञा
संज्ञा को कैसे पहचाने?
हर हिंदी वाक्य में कही न कही किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या फिर प्राणी के नाम का उपयोग किया जाता हैं, तो उस नाम को संज्ञा कहेंगे. और फिर वाक्य के आधार पर हम उस संज्ञा के प्रकार की पहचान कर सकते हैं.
संज्ञा को English में क्या कहते हैं?
संज्ञा को English में Noun कहते हैं और यह preposition का पहला भाग हैं.
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Conclusion:
तो हम यह उम्मीद करते हैं की संज्ञा क्या होती हैं और संज्ञा के कितने प्रकार होते हैं, इसके बारेमे लिखा गया यह article आपको समज में आ गया होगा. इस लेख को पढ़कर आप वाक्य में से संज्ञा की पहचान करना भी सिख जायेंगे. तो आपके जो सावला थे की संज्ञा को कैसे पहचाने, उसका जवाब भी मिल चूका होगा. यहाँ पर हमने संज्ञा के examples, types, meaning को आसानी से समजाया हैं.
यदि आपको कही पर लगे की हमसे कोई भूल हुई हैं, तो आप हमें जरुर बताये. हम उस गलती को इस आर्टिकल में सुधार देंगे. और यदि आपके कोई सवाल हैं तो हमें निचे कमेंट करके भी जरुर बताये. यहाँ पर हिंदी व्याकरण से जुड़े अन्य articles भी जरुर पढ़े. धन्यवाद.