November 16, 2024
Communication Meaning in Hindi

Communication meaning in Hindi – कम्युनिकेशन क्या हैं

कम्युनिकेशन क्या होता हैं और Communication meaning in Hindi. हेलो दोस्तों, इस article में हम आपको बताएँगे की कम्युनिकेशन क्या हैं और कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते हैं? यह एक बहोत ही आम शब्द हैं और इसे हम हर रोज़ इस्तेमाल करते हैं पर बहोत सारे लोगो को इसके बारेमे ज्यादा जानकारी नहीं होती है. इस article में हम आपको communication से जुडी सभी जानकारी देने वाले हैं जैसे की Communication meaning in Hindi क्या हैं, कम्युनिकेशन की व्याख्या क्या है (Definition of communication in Hindi) और कम्युनिकेशन करने के तरीके कितने हैं और किस तरह से किया जाता हैं.

Communication Meaning in Hindi
Communication Meaning in Hindi

इस लेख को पढ़ने के बाद आपके मन में कम्युनिकेशन से जुड़े कोई सवाल नहीं रहेंगे क्योकि यहाँ पर हम सारे topics को cover करने वाले है. तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं की कम्युनिकेशन क्या होता हैं, कम्युनिकेशन का मतलब क्या होता हैं (Meaning of Communication in Hindi).

Communication क्या है – What is Communication in Hindi

Communication Definition: सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए हमें एक माध्यम की जरूरत पड़ती है जिसकी मदद से हम अपने विचारों को और अपनी भावनाओं को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहोचा सकते है, इसी को हम communication कहते हैं. और जिस माध्यम के जरिए हम कम्युनिकेशन करते हैं उसे कम्युनिकेशन का माध्यम कहते हैं और वह माध्यम कोई भी हो सकता है, वह एक भाषा भी हो सकती है और किसी तरह का इशारा या संकेत भी हो सकता है.

जैसे की हम सभी जानते हैं कि पहले के जमाने में लोग अपने विचारों को और अपनी भावनाओं को दूसरे व्यक्ति को कहने के लिए इशारो का उपयोग करते थे और धीरे-धीरे समय के साथ-साथ लोग भाषा के जरिए एक दूसरे के साथ बात करने लगे. पशु-पक्षियों जोकि बोल नहीं सकते वह भी कम्युनिकेशन करते हैं पर वह अपने तरीके में करते हैं और वह बड़ी आसानी से दूसरे पक्षियों को अपना संदेशा पहुंचा देते हैं.

आज का ज़माना टेक्नोलॉजी का जमाना है और कम्युनिकेशन करने के लिए हमारे पास बहुत सारे माध्यम है. हम सोशल मीडिया के जरिए दूसरे लोगों के साथ कम्युनिकेशन करते हैं और अपने विचारों को share करते हैं, तो यह भी एक प्रकार का कम्युनिकेशन ही हुआ है. इंटरनेट के बदलते इस दौर में हमारे पास बहुत सारी टेक्नोलॉजी है जोकि कम्युनिकेशन को आसान बनाती है.

और ऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि कम्युनिकेशन करने के लिए दोनों व्यक्तियों का पास में जरूरी है. दो व्यक्तियों जोकी दो अलग-अलग जगहों पर है और वह अपने से बहुत दूर है तब भी वे दोनों व्यक्ति एक दूसरे के साथ आराम से कम्युनिकेशन कर सकते हैं. क्योंकि कम्युनिकेशन करने के बहुत सारे तरीके मौजूद है.

पहले के जमाने में अगर दो व्यक्ति एक दूसरे से बहुत दूर होते थे और उनको आपस में अपने विचारों का आदान-प्रदान करना होता था तो बड़ी परेशानी होती थी क्योंकि उस समय ऐसी टेक्नोलॉजी नहीं थी जिसकी मदद से आसानी से कम्युनिकेशन करा जा सके. तब के समय में लोग एक दूसरे को चिट्ठियां लिखा करते थे और उसमें बहुत टाइम चला जाता था पर आज के समय में अगर हमें दूसरे देश में बैठे किसी व्यक्ति के साथ communicate करना होता है तो हम कुछ ही seconds के अंदर उस व्यक्ति के साथ communicate कर सकते हैं और यह सब technology की मदद से ही संभव है. इन सब बातों से यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि कम्युनिकेशन को बेहतर बनाने में टेक्नोलॉजी का एक बहुत ही बड़ा योगदान रहा है.

तो अब आपको पता चल गया होगा एक कम्युनिकेशन क्या है और definition of communication in Hindi, कम्युनिकेशन का माध्यम क्या हो सकता है. पर क्या आप जानते हैं कि कम्युनिकेशन को हिंदी में क्या कहते हैं, Communication का हिंदी मतलब क्या होता है? अगर नहीं तो चलिए इसके बारे में भी जान लेते हैं.

यह भी पढ़े:

Communication meaning in Hindi

Communication का हिंदी मतलब संचार होता है. सूचनाओं का आदान-प्रदान करने की क्रिया को संचार कहते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि communication शब्द को लेटिन भाषा का शब्द Communicare से लिया गया है.

तो यह था कम्युनिकेशन का हिंदी अर्थ. कम्युनिकेशन के भी कुछ प्रकार होते हैं. अभी आपको पता है कि संचार क्या है (Communication meaning in Hindi) तो अब आपके लिए कम्युनिकेशन के प्रकार के बारे में जानना आसान होगा तो चलिए जानते हैं कि कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते हैं.

कम्युनिकेशन के प्रकार – Types of communication in Hindi

कम्युनिकेशन के मुख्य तहत 4 प्रकार हैऔर इन चारों प्रकार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी आपको नीचे दी गई है

1. Intrapersonal Communication

जब कोई व्यक्ति खुद से अपने आप के साथ communicate करता है तो इसे Intrapersonal Communication कहते हैं. Communication के इस प्रकार में व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के साथ बातचीत नहीं करता है बल्कि वह खुद के साथ ही बातचीत करता है, अपने मन में सोचता है, समझता है. आपने भी कई लोगों को देखा होगा जो कि मन ही मन कुछ ना कुछ सोचते रहते हैं और अपने आप से बात करते रहते हैं, तो यह एक प्रकार का कम्युनिकेशन ही है जिसे हम Intrapersonal Communication कहते हैं.

2. Interpersonal Communication

जब दो व्यक्ति एक दूसरे के सामने होते हैं और communication करते हैं तो उसे हम Interpersonal Communication कहते हैं. कम्युनिकेशन के इस प्रकार में दो व्यक्ति आपस में अपने विचारों को एक दूसरे के साथ share करते हैं. लोग किसी भाषा का उपयोग करके या फिर किसी प्रकार के संकेत का उपयोग करके एक दूसरे के साथ communicate करते हैं. कम्युनिकेशन को हम Interpersonal Communication तभी कह सकते हैं जब इसमें दो व्यक्ति शामिल होते हैं जिसमे कि एक व्यक्ति अपनी बात को दूसरे व्यक्ति के साथ share करता है और दूसरा व्यक्ति अपनी बात को पहले व्यक्ति के साथ share करता है.

3. Group Communication

Group Communication को हिंदी में समूह संचार कहते हैं और इसके नाम पर से ही हमें यह अंदाजा आ जाता है की कम्युनिकेशन के इस प्रकार में किसी एक या दो व्यक्ति नहीं बल्कि व्यक्तियों का एक पूरा समूह संचार से जुड़ा हुआ होता है. जब कोई मीटिंग हो रही होती है या फिर जब हम किसी पार्टी में गए होते हैं तो वहां पर बहुत सारे लोग आपस में बातचीत करते हैं, कोई एक व्यक्ति अपनी बात को ग्रुप के अन्य सदस्यों के साथ शेयर करता है, तो इसे हम समूह संचार यानी कि Group Communication कहते हैं.

4. Mass Communication

Mass Communication को हिंदी में जनसंचार कहते है. कम्युनिकेशन का यह प्रकार Group Communication से थोड़ा मिलता जुलता है पर यह उसके थोड़ा अलग है. जब किसी सूचना को लोगों के एक बहुत बड़े समूह तक पहुंचाना होता है तब हम जनसंचार मतलब की Mass communication करते हैं. कम्युनिकेशन के किसी भी माध्यम के जरिए सूचनाओं को जन समूह तक पहुंचाया जाता है और इसका एक बहुत बड़ा उदाहरण है जब कोई नेता अपनी बात को पूरे समुदाय से कहता है. जब किसी देश के प्रधानमंत्री अपने देश की जनता को संबोधित करते हैं तो वह एक प्रकार का मास कम्युनिकेशन होता है.

तो अब आपको पता चल गया होगा कि Mass Communication क्या है, कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते हैं (Types of communication in Hindi).

अगर आप English में अच्छे से Communication करना चाहते हैं तो यह जरुर पढ़े: English grammar कैसे सीखे

अब हम कम्युनिकेशन के एक बहुत ही मजेदार topic के बारे में जानने वाले हैं. जब आप किसी के साथ बात करते हैं तब आप एक पूरे process को follow करते हैं जिसके बारे में आपको पता भी नहीं होगा. जब आप पहली बार अपनी बात को सामने वाले व्यक्ति को कहते हैं और वह व्यक्ति बदले में कुछ जवाब देता है तो इस दरमियान एक पूरा प्रोसेस बनता है जिसे हम Communication Process कहते हैं. हिंदी भाषा में हम संचार के घटक के नाम से जानते हैं. तो क्या आप Process of communication in Hindi के बारे में जानना चाहोगे? तो चलिए जानते हैं कि Communication process in Hindi क्या है.

Process of Communication in Hindi

एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के साथ communication करता है तो वह इस पूरे process को follow करता है जिसे communication process कहा जाता है. इस प्रक्रिया में बहुत सारे elements शामिल होते हैं, उसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नीचे दी गई है. कम्युनिकेशन प्रोसेस को आसानी से समझने के लिए यहां पर हमने आपको Communication Process Chart दीया है.

Communication process in Hindi
Communication Process in Hindi

1. Sender

जो व्यक्ति अपनी बात दूसरे व्यक्ति को कहता है और वह जो संदेशा देना चाहता है, वह Sender कहलाता है. अगर आप किसी सूचना को किसी दूसरे व्यक्ति के साथ share करते हैं तो आप Sender कहलाओगे. आसान भाषा में कहें तो जिस व्यक्ति द्वारा सूचना दी जाती है उसे sender कहते हैं.

2. Message

जो व्यक्ति communication करता है वह अपने मन की बात को और अपने विचारों को लिखित या फिर सांकेतिक रूप में दुसरे व्यक्ति को कहता है. तो उस व्यक्ति ने जो लिखा है या जो संकेत दिया है उसे हम Message कहते हैं.

3. Encoding

हम संदेश को समझने के लिए कुछ संकेतों का प्रयोग करते हैं और इन्हें हम Encoding करना कहते हैं.

4. Receiver

Sender जिस व्यक्ति को Message भेजता है उस व्यक्ति को Receiver कहते हैं. आसान भाषा में कहें तो जिस व्यक्ति के लिए Message को भेजा गया है उस व्यक्ति को ही हम रिसीवर कहते हैं.

5. Decoding

अब Sender ने जो Message भेजा है उसे receiver समझेगा, इसे हम Decoding करना कहते हैं.

6. Feedback

रिसीवर ने जो मैसेज प्राप्त किया है वह उसे पढ़ेगा और समझेगा और उसके बाद वह कुछ reply करेगा जोकि वापस sender को करेगा. तो जब receiver reply करता है मतलब कि कुछ action लेता है तो उसे हम Feedback कहते हैं. और जब ऐसा होता है तब हमें पता चलता है कि sender ने जो message receiver को भेजा था वह मैसेज रिसीवर के पास पहुंच गया है और उसने वह पढ़ लिया है और समझ लिया हैं.

Also read:

तो यह 6 घटक कम्युनिकेशन प्रोसेस का हिस्सा है. जब आप मैसेज भेजते हैं तो आप Sender कहलाते हैं और आपने मैसेज में जो लिखा है या फिर जो संकेत दिया है उसे Message कहते हैं फिर उस मैसेज का Encoding होता है और उसके बाद वह मैसेज सामने वाले व्यक्ति को मिलता है और जो व्यक्ति मैसेज को प्राप्त करता है उसे receiver कहते हैं उसके बाद वह कुछ reply करेगा मतलब कि Feedback देगा. तो जब यह पूरी Communication Cycle होगी तभी communication हुआ है ऐसा माना जाएगा. अगर रिसीवर कोई जवाब नहीं देता है मतलब की feedback नहीं देता है तो ऐसे में वह अधूरा कम्युनिकेशन हैं.

Noise: कुछ कारणों की वजह से कम्युनिकेशन प्रोसेस पूरी नहीं हो पाती है और उन कारणों को हम Noise कहते हैं. आसान तरीके से समझने के लिए चलिए एक उदाहरण लेते हैं. मान लो कि आप फोन पर किसी व्यक्ति के साथ communicate कर रहे हैं और ऐसे में अगर आपके phone का charging खत्म हो जाए तो आपका phone cut हो जाएगा और switch off हो जाएगा, और आप अपने communication को जारी नहीं रख पाएंगे. ऐसी परिस्थिति में phone का switch off होना एक problem है और इसी problem को हम Noise कह सकते हैं.

जब आप फोन पर किसी के साथ बातचीत करते हैं या फिर किसी Messaging Application जैसे कि WhatsApp, Messenger में बातचीत करते हैं तो आप communication process का पालन करते हैं. अगर आप WhatsApp में किसी को message भेजते हैं तो आप sender कहलाओगे और जो व्यक्ति आपके द्वारा भेजे गए संदेशों को प्राप्त करता है उसे receiver कहा जाएगा. उसके बाद रिसीवर आपके द्वारा भेजे गए मैसेज को read करेगा और आपको कुछ reply करेगा तो उसे feedback कहां जाएगा.

तो हम रोज इस process को follow करते हैं और इस पर हमारी नजर भी नहीं जाती. अब आपको कम्युनिकेशन प्रोसेस क्या है अच्छे से समझ में आ गया होगा.

जैसे कि हमने सबसे पहले ही आपको बताया है कि कम्युनिकेशन करने के बहुत सारे तरीके होते हैं जिसे हम Ways of communication in Hindi कहते हैं. किसी भाषा के जरिए communication करा जा सकता है, शारीरिक संकेतों के माध्यम से कम्युनिकेशन हो सकता है. आज की बात करें तो WhatsApp जैसे Applications Communication के माध्यम है.

एक बेहतर communication करने के लिए आपके अन्दर एक अच्छी communication skill होनी चाहिए. आज के समय में communication skill अच्छी होना बहोत ही जरुरी हैं. आप जहा पर भी काम करते हैं वहा पर अगर आपकी communication skill अच्छी होगी तो यह आपके लिए बहोत फायदेमंद होगा.

Communication meaning in Hindi के बारेमे अगर आपके मन और कोई सवाल हो तो हमें जरुर बता सकते हैं.

Conclusion:

यहां पर हमने आपको कम्युनिकेशन क्या होता है (What is communication in Hindi) इसके बारे में पूरी जानकारी दी है. Communication process in Hindi, types of communication in Hindi के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी है. हमें पूरा भरोसा है कि आपको यहां पर दी गई जानकारी आसानी से समझ में आ गई होगी और आपको इस लेख को पढ़ने में भी बहुत मजा आया होगा क्योंकि यहां पर हमने आपको कम्युनिकेशन से जुड़ी सारी जानकारी जैसे की कम्युनिकेशन का हिंदी मतलब और हिंदी अर्थ क्या होता हैं, संचार क्या होता हैं, सरल शब्दों में देने की पूरी कोशिश की है. हमने आपको बहुत ही आसान शब्दों में कम्युनिकेशन कितने प्रकार के होते हैं, कम्युनिकेशन करने के तरीके कितनी हो सकते हैं, और कम्युनिकेशन कैसे किया जाता है यह समझाया है.

अगर आपको यह article अच्छा लगा हो तो अपने साथी मित्रों के साथ जरूर share करें ताकि वह लोग भी Definition and meaning of communication in Hindi के बारे में विस्तारपूर्वक लिखा गया यह article पढ़ सकें और कम्युनिकेशन से संबंधित जानकारी हासिल कर सके. इसी तरह शिक्षा से जुड़े लेख पढ़ने के लिए आप हमसे जुड़ सकते हैं और हमें social media पर भी फॉलो कर सकते हैं. धन्यवाद.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *